Saturday, 14 October 2017

विदेशी ब्राह्मण :  हिन्दू और हिंदुस्तान के दुश्मन है !

विदेशी ब्राह्मण और  ब्राह्मणवादी जान बुझ कर हिन्दू सब्द का गलत अर्थ दे कर हिन्दू में भ्रम फ़ैलाने की कोशिश कर रहे है जब की हिन् , हिण्डो ,हिन्दू ये सब्द केवल और केवल हिंदुस्तानी है।  क्या मेरा नाम विदेशी ब्राह्मण धर्म ग्रांटों में और उनके जैसे ही अन्य विदेशी लोगो के ग्रंथो में होगा तभी मेरा नाम मान जायेगा , अन्यथा नहीं ? क्या कबीर ने हिन्दू , तुरक , जैन सब्द उनकी वाणी बीजक में नहीं कहा है ? क्या हिन् यान को हिन्दू अर्थात हिंदुस्तानी  लोगो का  धर्म मार्ग नहीं कहा गया है ? क्या हिन् का मतलब बहुजन नहीं होता है ? फिर हिन्दू का अर्थ पर्शियन लैंग्वेज में चोर , काला आदि बताकर विदेशी ब्राह्मण और ब्रह्मिणवादी क्या हासिल कारन चाहते है ? yahi न की नेटिव हिन्दू लोगो को बदनाम करे , उन्हें तुच्छ बताये और खुद विदेशी ब्रह्मिनो को उचा बतावे  ताकि हिन्दू को शूद्र , अस्पृश्य कहा जा सके ?

हिन्दू को जीवन मार्ग बता कर विदेशी ब्राह्मण उनकी की गयी गन्दगी की मिलावट को छुपाना चाहती है , जायज ठहरना चाहती है ताकि हिन्दू के नाम का दुरोपयोग कर इस देश पर अपना कब्ज़ा बनाये रखे !

पर अब नेटिव हिन्दू ये होने नहीं देंगे।  हिन्दू मतलब मूल भारतीय।  ब्राह्मण जोकि विदेशी है कभी हिन्दू हो ही नहीं सकते .केवल भारतीय जैसे भोजन करनेसे , कपडे पहनेसे , नाम रखनेस , त्यौहार मानाने से विदेशी ब्राह्मण ये नहीं कह सकते की वो हिन्दू संस्कृति , सभ्यता , धर्म का नाम मानते है , लेते है इस लिए हिन्दू है तो गलत है।  ब्राह्मण नहीं हिंदुस्तानी है , नहीं हिन्दू धर्मी हिन्दू।   विदेशी ब्राह्मण ये  हिन्दू और हिंदुस्तान के दुश्मन है !

नेटिविस्ट डी.डी.राउत 

Friday, 13 October 2017

मूल भारतीयों की पार्टी ; नेटिव पीपल्स पार्टी :

नेटिव पीपल्स पार्टी सभी मूल भारतीयों की पार्टी है ,यही भारत की मुख्य धारा है जो गैर ब्राह्मण है।  यहाँ विदेशी ब्राह्मण और विदेशी ब्रह्मिनो को अपने रिस्तेदार और दोस्त मानाने वाले अम्बेडकरी धर्म परावर्तित नव बुद्धिस्ट और ब्राह्मण दोनों को व्यर्ज किया गया है।  ये दोनों भाई बही है।  ममेरे भाई , या जो भी कह लीजिये , ये कभी विदेशी ब्राह्मण और ब्रह्मिणवाद को डिल से विरोध नहीं करते , उलटे कहते है , ब्राह्मण ठीक है , ब्रह्मिणवाद बुरा है।  यह दोगले लोग है। . एक तरफ जातिवाद को विरोध का नाटक करते है दूसरी तरफ धर्मात्मा कबीर का सत्य हिन्दू धर्म जहा वर्ण , जाती , भेदभाव नहीं है , जनेऊ नहीं है , वेद भेद नहीं है उसे सच्चा हिन्दू धर्म मानाने से इंकार करते है और विदेशी ब्राह्मण धर्म जो हिन्दू के लिए हानिकारक है उसे हिन्दू पर जबरदस्ती से थोपना चाहते है।

हम कहते है हिन्दू वह  जो ब्राह्मण नहीं तो कतराकर भाग जाते है , ब्रह्मिनो से शादी करो कहते है तो हम पूछते है उस से क्या होगा ? ब्राह्मण पूष है तो बच्चे ब्राह्मण ही होंगे और ब्राह्मण स्त्री है तो वो गैर ब्राह्मण मर्द को ब्रह्मिनिस्म मानाने में मजबूर कर देंगी।  इतनी छोटी सी बात के दिमाग में नहीं घुसती है।

हम साफ साफ सब्दो में कहते है , विदेशी ब्रह्मिंस भारत छोडो , ये नहीं कहते।  हम कहते है जनेऊ छोडो , भारत जोड़ो , ये नहीं कहते , हम कहते है हिंदुत्व वही , जिस में ब्राह्मण बिलकुल नहीं ,ये नहीं कहते।  ये लोग गैर ब्रह्मिनो के किसी काम के नहीं बस अपने में ही लड़ते झगडते रहते है।  बड़े या तो नादाँ है या पक्के ब्रह्मिणवादी , क्या है यही बतावे ?

हम कहते है जब कबीर के सत्य हिन्दू धर्म में वर्ण , जाती , बीएड , वेद नहीं तो खालीपीली धर्म परिवर्तन की जरुरत क्या ? इनके पास कोई जवाब नहीं  !

नेटिविस्ट डी.डी.राउत,
प्रचार ,
सत्य हिन्दू धर्म सभा
प्रेजिडेंट ,
नेटिव पीपल्स पार्टी